सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को कहा कि गुजरात की नेशनल फॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी (NFSL) की रिपोर्ट के अनुसार वे कथित ऑडियो क्लिप्स, जिनमें पूर्व मणिपुर मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह की भूमिका को लेकर आरोप लगाए गए थे, “छेड़छाड़ की गई” हैं।

न्यायमूर्ति संजय कुमार और न्यायमूर्ति आलोक आराध्य की पीठ ने कहा कि NFSL की रिपोर्ट में यह स्पष्ट किया गया है कि क्लिप्स में एडिटिंग और टैंपरिंग के संकेत मिले हैं और वे वैज्ञानिक दृष्टि से वॉयस कंपेरिजन के लिए उपयुक्त नहीं हैं।

पीठ ने कहा, “परिणामस्वरूप यह राय नहीं दी जा सकती कि सवाल में उठाए गए और नियंत्रित क्लिप्स के वक्ताओं की आवाज़ें समान हैं या नहीं।”

अदालत ने कहा कि NFSL की रिपोर्ट के अनुसार प्रस्तुत की गई ऑडियो क्लिप्स मूल रिकॉर्डिंग नहीं हैं और इनमें परिवर्तन किए गए हैं, जिससे यह तय करना संभव नहीं कि आवाज़ पूर्व मुख्यमंत्री की है या नहीं।

याचिकाकर्ता क

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