करीब एक दशक बाद बॉम्बे हाईकोर्ट ने गुरुवार को अभिनेता और फिल्मकार अमोल पालेकर की उस याचिका पर सुनवाई तय की, जिसमें उन्होंने नाटकों की स्क्रिप्ट को मंचन से पहले सेंसर करने के महाराष्ट्र राज्य प्रदर्शन जांच मंडल (Maharashtra State Performance Scrutiny Board) के नियमों को चुनौती दी है।

न्यायमूर्ति रियाज़ छागला और न्यायमूर्ति फरहान डुबाश की खंडपीठ ने इस मामले की सुनवाई 5 दिसंबर को तय की।

पालेकर की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता अनिल अंतुरकर ने अदालत से 2016 में दाखिल की गई इस याचिका को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध करने का आग्रह किया।

अंतुरकर ने कहा, “याचिकाकर्ता अब 85 वर्ष के हैं और चाहते हैं कि उनकी याचिका पर किसी न किसी रूप में निर्णय हो — चाहे सकारात्मक हो या नकारात्मक।”

उन्होंने कहा कि इस याचिका में मूल प्रश्न यह है कि क्या बॉम्बे पुलिस अधिनियम (Bombay Police Act) के तहत पुलिस को नाटकों औ

See Full Page